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अगस्त, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

मन भज लइलो ,गणपति शिव गौरा के लला

  मन भज लइलो , गणपति शिव गौरा के लला सब देवों में न्यारी कला मन भज लेना , गणपति शिव गोरा के लला मात उमा की आंखों के तारे , शंकर जी के प्यारे लला रिद्धि सिद्धि देने वाले,  सब के बिगड़े काम बना मन मंदिर में प्यारी मूरत , हरि चरणों में ध्यान लगा मन भज ले ना गणपति शिव गौरा के लला विघ्न विनाशक नाम तुम्हारो,  देख प्रेम  की ज्योति जला

आऐ अनुसुइया के अंगना तीन सजना

आऐ अनुसुइया के अंगना तीन सजना लिरिक्स by@ स्वरचित गीता गीतमाला  आऐ अनुसुइया के अंगना तीन सजना  तीन सजना आऐ तीन सजना आऐ अनसूया के अंगना  1.पहले सजना ब्रह्माणी के ब्रह्मा जिनका नाम  ब्रह्मलोक के रहने वाले सृष्टि रचना काम आऐ अनुसुइया के अंगना तीन सजना  2.दूजे सजना लक्ष्मी जी के विष्णु जिनका नाम   बैकुंठ के वो रहने वाले जग पालन है काम   आए अनसूया के अंगना तीन सजना  3.तीजे सजना पार्वती के शंकर जिनका नाम  कैलाश के रहने वाले जग संघारण काम  माय अनसूया के अंगना  4.अपनी अपनी पत्नी के बस हो गए तीनों आज  लेन परीक्षा अनुसूया के ठाणे उनके द्वार  आऐ अनसूया के अंगना तीन सजना

गौरा तीजा रही उपासी

गौरा तीजा रही उपासी  गौरा तीजा रही उपासी,  शिव को पति बनाने को  शिव को पति बनाने को , शिव को पति बनाने को ,  गौरा तीजा रही उपासी  शिव को पति बनाने को   वो  गंगा जी को जाती,  गंगा से जल ले आती   वो तो भोले को नहाती   अपना पति बनाने को  वो जंगल जंगल जाती  वो बेल के पाती लाती वो भोले को है चढ़ाये  अपना पति बनाने को   गौरा तीजा रही उपासी  शिव को पति बनाने को  वो  बाग बगीचे जाती  चुन-चुन कर फुलवा लाती वो तो भोले को है सजाती  अपना पति बनाने को  गोरा की जा रही उपासी  शिव को पति बनाने को  वो गौशाला को जाती  वह दूध दही ले आती वो  शिव अभिषेक कराती  अपना पति बनाने को  गौरा तीजा रही उपासी  शिव को पति बनाने को वो झांझ मंजीरे लाती  , झूम झूम के आरती गाती  वह धूप कपूर जलाती,  शिव को पति बनाने को  अपना पति बनाने को  गौरा तीजा रही उपासी  शिव को पति बनाने को