आऐ अनुसुइया के अंगना तीन सजना
लिरिक्स by@ स्वरचित गीता गीतमाला
आऐ अनुसुइया के अंगना तीन सजना
तीन सजना आऐ तीन सजना
आऐ अनसूया के अंगना
1.पहले सजना ब्रह्माणी के ब्रह्मा जिनका नाम
ब्रह्मलोक के रहने वाले सृष्टि रचना काम
आऐ अनुसुइया के अंगना तीन सजना
2.दूजे सजना लक्ष्मी जी के विष्णु जिनका नाम
बैकुंठ के वो रहने वाले जग पालन है काम
आए अनसूया के अंगना तीन सजना
3.तीजे सजना पार्वती के शंकर जिनका नाम
कैलाश के रहने वाले जग संघारण काम
माय अनसूया के अंगना
4.अपनी अपनी पत्नी के बस हो गए तीनों आज
लेन परीक्षा अनुसूया के ठाणे उनके द्वार
आऐ अनसूया के अंगना तीन सजना
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