सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

करवा चौथ भजन - सेवा करो पति प्राण की



चाहे करियो ना पूजा भगवान की, 

सेवा करो पति प्राण की, 


1) एक सती ने सत्य दिखाया, 

त्रिदेवों को पुत्र बनाया, 

नग्न ( निर्वस्त्र) होकर भोजन कराया, 

सती जान गई लीला भगवान की, 

सेवा करो पति प्राण की


2 एक सती मायके में आई, 

 पति अपमान सह नहीं पायी, 

अग्निकुंड में जल गई भाई, 

लाज राखी है धर्म और ईमान की

सेवा करो पति प्राण की, 


3 एक सती की गाथा गाई, 

यम से मौत मांग ले आई, 

तीनो लोक में जय-जय छाई 

लेख मेटी है, अब तो भगवान की, 

सेवा करो पति प्राण की.. 


4 एक सती ऐसी सुन भाई, 

जिसके पांच पति है भाई, 

कैसे-कैसे धर्म निभाई, 

मर्यादा बनायी अपन आन की, 

सेवा करो पति प्राण की

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

देवी गीत -लट खोल के नाचो मेरी माये कि नैना रतन जड़े

देवी गीत भजन श्री चंद्र सिंह पटैल जो कि मेरे ( गीतेश्वरी ठाकुर) के पूज्यनीय पिता जी हैं के द्वारा स्व रचित है . लट खोल के नाचो मेरी माये  कि नैना रतन जड़े - 2 रतन जड़े रे मैया, रतन जड़े-2 लट खोल के नाचो मेरे माय  कि नैना  रतन  जड़े, 1)कौन दये मैया मुंडन माला-2 कौन दिए रे मैया हार,  ओ मैया मोरी कोन दिये रे हार,  कि नैना रतन जड़े, लट खोल के...   2) महामाया दी मुंडन माल-2 क्षीर सागर दये हार, ओ मैया मोरी क्षीर सागर दये हार कि नैना रतन जड़े, लट खोल के.. 3)कौन दिये री मैया कमल की माला-2  कौन ने धनुष बाण , ओ मैया मोरी कोन ने धनुष बाण कि नैना रतन जड़े, लट खोल के... 4) विश्वकर्मा दिए कमल की माला - 2 राम ने धनुष बाण, ओ मैया मोरी राम ने धनुष-बाण  कि नैना रतन जड़े, लट खोल के.. 5) कौन दिए रे मैया त्रिशूल भाला-2 कौन दिए तलवार, ओ मैया मोरी कोन दिए तलवार  कि नैना रतन जड़े, लट खोल के.. 6) शंकर जी ने मैया त्रिशूल भाला-2 काल ने भेंटी तलवार, ओ मैया मोरी काल ने भेंटी तलवार कि नैना रतन जड़े, लट खोल के... 7) कौन दिए री मैया चक्र सुदर्शन-2 कौन दिए रे असवार, ओ मैया मोरी कोन दिये रे असवार  कि नैना रतन जड़े, लट

खींचे खींचे रे दुशासन मेरो चीर, अरज सुनो गिरधारी

Dropadi Cheera Haran Prasang Click Here to watch this Bhajan on You tube खींचे खींचे रे दुशासन मेरो चीर, अरज सुनो गिरधारी 1. हस्तिनापुर में जाकर देखो ,महफिल हो गई भारी कौरव पांडव सभा बीच में , खड़ी द्रोपती नारी उनके नैनों से बरस रहो नीर, सुनो गिरधारी 2.पांचो पांडव ऐसे बैठे , जैसे अबला नारी द्रोपती अपने मन में सोचे , दुर्गति भाई हमारी नहीं है, नहीं है रे धरैया कोई धीर, अरज सुनो गिरधारी 3.बाद दिन याद करो कन्हैया ,उंगली कटी तुम्हारी दोनों हाथों पट्टी बांधी ,चीर के अपनी साड़ी आ गई आ गई रे, कन्हैया तेरी याद, अरज सुनो गिरधारी 4.राधा छोड़ी रुक्मण छोड़ी ,छोड़ी गरुण सवारी नंगे पैर कन्हैया आए, ऐसे प्रेम पुजारी बच गई बच गई ,द्रोपती जी की लाज ,अरज सुनो गिरधारी 5. खींचत चीर दुशासन हारो ,हार गयो बल धारी दुर्योधन की सभा बीच में ,चकित हुए नर-नारी बढ़ गयो बढ गयो रे, हजारों गज चीर, अरज सुनो गिरधारी 6.साड़ी हैं कि नारी है ,, कि नारी बीच साड़ी है नारी ही की साड़

देवी जस - नवरात्रि स्पेशल- देवी देवतों ने जस गाये , मैया तेरे द्वारे

देवी जस देवी देवतों ने जस गाये , मैया तेरे द्वारे  तेरे द्वारे मैया तेरे द्वारे , देवी देवतों जस 1.डूंडा नांदिया पे आऐ महादेव,   विष्णु गरुड़  चढ़ आए मैया     देवी देवतों ने जस गाये , मैया तेरे द्वारे 2. कार्तिक मोर पे बैठ के आए , चूहा पे  गणपति आए ,मैया तेरे द्वारे ,  देवी देवतों ने जस गाये , मैया तेरे द्वारे 3.सरस्वती हंस पर बैठ के आई , लक्ष्मी ने उल्लू दौड़ाएं, मैया तेरे द्वारे , देवी देवतों ने जस गाये , मैया तेरे द्वारे 4. विष्णु हाथ लाए करें आरती,  ब्रह्म ने वेद सुनाएं मैया तेरे द्वारे , देवी देवतों ने जस गाये , मैया तेरे द्वारे 5. डमरू बाजे बजा शिव शंकर नाचे , कृष्ण मुरलिया बजाऐ , मैया तेरे द्वारे, देवी देवी देवतों ने जस गाये , मैया तेरे द्वारे 6. खप्पर लेकर जोगन नाचे , भैरव ढोल बजाए ,मैया तेरे द्वारे , देवी देवतों ने जस गाये , मैया तेरे द्वारे 7. लिए पताका हनुमत ठाड़े,  सुरनर  मुनि सब आऐ , मैया तेरे द्वारे,  देवी देवतों ने जस गाये , मैया तेरे द्वारे  8.झांझर शंख नगाड़े  बाजे , नारद वीणा बजाऐ , मैया तेरे द्वारे , देवी देवतों ने जस गाये , मैया तेरे द्वारे  9. सुमर सुमर मैया तेरे ज

वंशीओ वंशी इतना बता, तूने कौन सा पुण्य किया है

Shri Krishna Bhajan Click here to watch this Bhajan on You tube वंशीओ वंशी इतना बता, तूने कौन सा पुण्य किया है खुश होकर कान्हा ने तुझको, हाथों में थाम लिया है वंशी बोलो न ओ वंशी बोलो ना...... 1.सोने चांदी की होती तो, क्या से क्या कर जाती बांस की होकर के मुरली तू, है इतना तड़पाती सब को बस में करने वाली, श्याम को बस में किया है खुश होकर कान्हा ने तुझको, हाथों में थाम लिया है बंशी बोलो ना ओ, वंशी बोलो ना 2.पीपल की छैया में कान्हा ,जब जब बंसी बजाए ता ता थैया ता ता थैया, राधा नाचने आए मुरली की धुन जिसने सुनी है, घायल वो तो हुआ है खुश होकर कान्हा ने तुझको, हाथों में थाम लिया है वंशी बोलो ना, ओ वंशी बोलो न.... 3. कितना मीठा बंसी बोले, सबके मन को भाए दुष्ट हो या सज्जन वो तो, नाचते-नाचते आए मुरली की धुन जिसने सुनी है, घायल वो तो हुआ है खुश होकर कान्हा ने तुझको हाथों में

देवी गीत - पल्लू लटके मैया का पल्लू लटके,

पल्लू लटके मैया का पल्लू लटके,  पल्लू लटके मैया का,पल्लू लटके  जरा सा हाँ ,जरा सा हूँ  ,  जरा सा सीधा हो जा शेर,  मैया का पल्लू लटके पल्लू लटके मैया का पल्लू लटके  1.) मैया के द्वारे एक अंधा भटके , अंधा भटके ,मैया अंधा भटके , अंधे को नैन दे दो दर्शन करने, जरा सा हाँ , जरा सा हुँ,  जरा सा सीधा हो जा शेर मैया का पल्लू लटके , पल्लू लटके मैया का पल्लू लटके 2) मैया के द्वारे एक लंगड़ा भटके , लंगड़ा भटके हो लंगड़ा भटके, लंगड़े को पैर दे दो ,तीरथ करने  जरा सा हाँ  ,जरा सा हुँ , जरा  सा सीधा हो जा शेर  मैया का पल्लू लटके, पल्लू लटके , मैया का पल्लू लटके, 3) मैया के द्वारे एक  निर्धन भटके  निर्धन को माया दे दो  दान करने  4.  मैया के द्वारे मैया के द्वारे , इक कोढी  भटके कोढी.  भटके हो मैया कोढी भटके,  कोढी को काया दे दो सुंदर दिखने , सुंदर दिखने हो मैया सुंदर दिखने  जरा सा जरा सा सीधा हो . मैया का पल्लू लटके पल्लो लटके 5.) मैया के द्वारे एक बांझ भटके,  बांझ भटके हो मैया  बाँझ को बालक दे दो, गोदी भरने  जरा सा हाँ ,जरा सा..... 6. मैया के द्वारे एक कन्या भटके , कन्या भटके  मैया कन्या भटके  कन्या क