ऐ गणेश भगवान,
तुमरो चूहा राम कसम से,
खूबई है शैतान
1) समझा दैयो ये गणराजा,
तुमरो चूहा चालू ।
सब्जी मंडी में घुस जावे,
खावे प्याज और आलू
खावे गोभी उर पान ,
तुमरो चूहा राम कसम से,
खूबई है शैतान ,
ऐ गणेश भगवान
2) जैसै उतरो आप गजानन,
निकले उर भग जावे ,
बनिया बब्बा देख के आवे,
नजर नहीं तब आवे,
खाबे गेहूं और धान,
तुमरो चूहा राम कसम से,
खूबई है शैतान ।
3) देखत को छोटो सो चूहा,
बड़ी-बड़ी है मूंछ ,
करिया करिया वो देखत को,
बीते भर की पूंछ ,
ओके छोटे छोटे कान ,
राम कसम से तुमरो चूहा, खूबै है शैतान ,
4) तुमरी सवारी जान के बब्बा,
मारत नैंहां कोई ,
तुम मूंसा पे करत सवारी,
जानत है सब कोई,
कर दओ हम सब को नुकसान ,
राम कसम से तुमरो चूहा,
खूबै है शैतान,
ऐ गणेश भगवान
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