मैया सूनी अयोध्या बिना राम के हो मां।
1। भीतर रोवे कौशल्या रे ,बाहर भरत दोनों भाई।।
राजा दशरथ ने प्राण तजे ,कैकई मन पछताई।।
सूनी अयोध्या .....
2. कौन बिना सूनी अयोध्या रे, कौन बिन ठाकुराई।
कौन बिना सूनी रसोईया रे, कौन करे चतुराई।।
मैया सूनी अयोध्या.....
3. राम बिना सूनी अयोध्या रे, लक्ष्मण ठकुराई,
सीता बिना सूनी रसोईया रे ,
वही करे चतुराई ,
मैया सूनी अयोध्या.....
4. आगे राम चलत है रे,पीछे लक्ष्मण भाई ।
बीच में सीता चल रही रे, शोभा बरनी ना जाए।
सूनी अयोध्या बिना ....
5. रिमझिम मेघा बरसे रे ,पवन चले कुरवाई ,सुमर सुमर जस गावे रे जय बोलो दुर्गे माई।
मैया सूनी अयोध्या.....
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