करवा चौथ व्रत Bhajan
करवा चौथ व्रत करना है सखियों, 2 जरा ठहर- ठहर
चांद आया है निकल, दर्शन करने दे, करने दे,
1.कुमकुम मेहंदी और महावर, कजरा, गजरा बाल हो
कानों में झुमका, नाक में नथनी, गले में नौलख हार हो
हाथों में चूड़ियां खनखन खनके, कर सोलह सिंगार हो सज गई,
जैसे कोई नई रे दुल्हनिया, जरा ठहर- ठहर,
चांद आया है निकल, दर्शन करने दे, करने दे,
करवा चौथ व्रत करना है सखियों.....
2. चौक पूर् एक पीढ़ा बिछाए, कंचन कलस सजाए हो गणपति गौर की पूजा करके
, करवा की पूजा कराएं हो
चावल चंदन बेल की पाती,
धूप दीप नैवेद्य आरती
घंटी की झंकार हो, अमर सुहाग वर दे दो चौथ मैया,
जरा ठहर ठहर, चांद आया है निकल, दर्शन करने दे,
करने दे करवा चौथ व्रत करना सखियों,
जरा ठहर- ठहर, चांद आया है निकल, दर्शन करने दे, करने दे
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