श्री कृष्ण और मीरा बाई का भजन
नाची रे नाची रे मीराबाई नाची
लोक लाज सब कुछ छोड़ के हो हो
लोक लाज सब कुछ छोड़ के हो हो
1.राणा जी ने भेजा देखो, विष का प्याला
मीराबाई पी गई बोली , जय गोपाला
राणा जी ने भेजा देखो, विष का प्याला
मीराबाई पी गई बोली, जय गोपाला
जहर का अमृत, हो गया देखो
भक्ति का रस, पिया घोल के हो हो
नाची नाची रे मीरा बाई नाची......
2.राणा जी ने भेजा, देखो नाग पिटारा
मेरा जी ने खोली, बन गया फूलों का माला
राणा जी ने भेजा, देखो नाग पिटारा
मीरा जी ने खोली, बन गया फूलों का माला
नाग का माला, बन गया देखो,
भक्ति का रस , पिया घोल के हो हो
नाची रे नाची रे मीराबाई नाची....
3. मीरा जी ने ओढ़ी, देखो ज्ञान चुनरिया
गिरिधर गिरधर रटते, हो गई वो बावरिया
मीरा जी ने ओढ़ी, देखो ज्ञान चुनरिया
गिरधर गिरधर रटते, हो गई वो बावरिया
पैरों में घुंघरू, बांध के नाची
घुंघट पट लट सब, खोल के हो हो
नाची रे नाची रे मीराबाई नाची ......
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