जस-
संकट हरन देवी
शारदा हो माँ,
मैया संकट हरन,
देवी शारदा हो,
संकट हरन देवी
शारदा हो माँ,
मैया संकट हरन,
देवी शारदा हो,
1) ब्रम्हा पे संकट पड गओ रे,
शारदा हो गई सहाय,
कुम्भ्करण मति फेरी,
मांगी नींद छः माह... .
मैया संकट हरन,
देवी शारदा हो मॉ
2) देवन पे संकट, पड गओ रे,
शारदा हो गई सहाय,
कैकई की मति फेरी,
राम दयो वनवास.......
मैया संकट हरन
देवी शारदा हो माँ
3) हनुमत पे संकट पड़ो,
शारदा हो गई सहाय
रावण की मति फेरी,
ब्रम्ह फांस के छुड़ाय........
मैया संकट हरन,
देवी शारदा हो माँ
4) आल्हा पे संकट पड़ो,
शारदा हो गई सहाय,
बावन गढ़ को जीते,
अमर भयो जग माय....
मैया संकट हरन,
देवी शारदा हो माँ,
5)धाँधू पे संकट पड़ो,
शारदा हो गई सहाय
दर्श दियो सेवक को,
रे रहो जग में छाय........
मैया संकट हरन,
देवी शारदा हो माँ
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