हाथी रथ पर चली, घोड़ा रथ पर चली
मैया शेरो पे सवार , दुर्गा मंदिर चली
1. माथे मुकुट गले में माला ,चंदन तिलक लगावे
चंदा जैसी मां बिंदिया, माथे खूब सुहाए
कचनार की कली ,बेला फूल की कली
मैया जासौन की कली का, हार पहन के चली
हाथी रथ पर चली ,घोड़ा रथ पर चली,
मैया शेरो पे सवार ,दुर्गा मंदिर चली
2. कजरा नैन बाल में गजरा, मां के मन को भाए
लाल चुनरिया रेशम वाली , फर फर लहराए
मेहंदी रच के चली ,माहुर रच के चली
मैया दुखियों के द्वार दुख हरने चली
हाथी रथ पर चली , घोड़ा रथ पे चली
मैया शेरो पे सवार ,दुर्गा मंदिर चली
3.लाल हरी हरी चूड़ियां ,कंगन मोती जड़े सुहाने
रतन लगे अनमोल माई के ,एक से एक सुहाने
पायल पहन के चली , घुंघरू बांध के चली
मैया जन जन का उद्धार करन को चली
हाथी रथ पर चली , घोड़ा रथ पर चली
मैया शेर पर सवार दुर्गा मंदिर चली
4.नाक में नथनी कान में झुमके ,साड़ी जड़ी किनारी
दुर्गा मां के दर्शन कर लो, झांकी प्यारी प्यारी
खप्प्रर हाथ में लिए ,शस्त्र हाथ में लिए
मैया दुष्टों का करने , संघार है चली
हाथी रथ पर चली ,घोड़ा रथ पर चली
मैया शेर पर सवार दु,र्गा मंदिर चली
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