जासौन के फूल कहां पाऊँ जी ,
मैया मोरी जासौन को बिरझी (रुठी)
1. जासौन के फूल की बेंदी बनाऊँ ,
जासौन की झूमर लगाऊँ जी मैया मोरी ...
2. जासौन के फूल के गजरे बनाऊँ ,
जसौन के कंगना पहनाऊँ जी, मैया मोरी जासौन।
3. लाल रंग मैया की मढ़िया या बनी है,
लाल ही किबरिया (खिड़की) लगाऊँ जी मैया मोरी ....
4.लाल रंग मैया के मेहंदी रची है ,
लाल ही महावर लगाऊँ जी,,, मैया मोरी ....
5.लाल रँग मैया को धवजा चढो है ,
लाल चुनरिया ओढ़ाऊँ जी ..मैया मोरी ,
6.लाल रंग मैया का सारा सिंगार है ,
लाल ही गुलाल उड़़ाऊँ जी ...मैया मोरी
7.सुमर सुमर माई तेरे जस गायें ,
चरणों में सिर को झुकाऊँ जी .. मैया मोरी ....
.
जासौन के फूल कहां पाऊँ जी,
मैया मोरी जासौन को बिरझी (रूठी)
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें