मन राम सुमर पछताएगा
मन राम सुमर पछताएगा
१.पापी जीयरा पाप करत है
आज काल छूट जाएगा
मन राम सुमर पछताएगा
मन राम सुमर पछताएगा
लालच लागे जन्म गवायो
माया भरम लुभाऐगा
मन राम सुमर पछताएगा
मन राम सुमर पछताएगा
२. धन जोवन का गर्भ न करियो
कागज सा गल जाएगा
मन राम सुमर पछताएगा
मन सुमर पछताएगा
सुमिरन भजन दया नहीं किन्ही
ता मुख चाटे खाएगा
मन राम सुमर पछताएगा
मन राम सुमर पछताएगा
३.धर्मराज जब लेखा मांगे
क्या मुख लेकर जाएगा
मन राम सुमर पछताएगा
जीवन भर तू सुख को खोजें
सुख-दुख सब छूट जाएगा
मन राम सुमर पछताएगा
मन राम सुमर पछताएगा
४.कहत कबीर सुनो भाई साधो
संत संग तर जाएगा
मन राम सुमर पछताएगा
मन राम सुमर पछताएगा
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