मुरली वाले, मुरली वाले, मुरली बजाsss, तुझे सखियां बुलाती हैं, वो नाचें, तू नचा आsssssas, मुरली वाले मुरली बजा.... 1) तेरी मुरली की, धुन सुन सुन के सखिया हुई है दीवानी, घर भी है छोड़ा वर भी है थोड़ा, फिरती हैं मारी मारी, हाय हाय....) - 2 तो मुरली बजाओ, सभी को नचाओ, मुरली की तान सुना सुना, मुरली वाले मुरली बजा..... 2) तेरी मुरली में क्या,जादू भरा है, ये सबके ही मन को लुभाये, ब्रम्हाणी वीणा शंकर जी डमरु, नारदजी सरगम सुनाएं हाय हाय .. तेरी मुरली में जाने क्या जादू... -2 तो मुरली बजाओ सभी को रिझाओ दिल का चैन लुटा लुटा.... मुरली वाले मुरली बजा, तुझे सखियां बुलाती है.....
देवी गीत भजन श्री चंद्र सिंह पटैल जो कि मेरे ( गीतेश्वरी ठाकुर) के पूज्यनीय पिता जी हैं के द्वारा स्व रचित है . लट खोल के नाचो मेरी माये कि नैना रतन जड़े - 2 रतन जड़े रे मैया, रतन जड़े-2 लट खोल के नाचो मेरे माय कि नैना रतन जड़े, 1)कौन दये मैया मुंडन माला-2 कौन दिए रे मैया हार, ओ मैया मोरी कोन दिये रे हार, कि नैना रतन जड़े, लट खोल के... 2) महामाया दी मुंडन माल-2 क्षीर सागर दये हार, ओ मैया मोरी क्षीर सागर दये हार कि नैना रतन जड़े, लट खोल के.. 3)कौन दिये री मैया कमल की माला-2 कौन ने धनुष बाण , ओ मैया मोरी कोन ने धनुष बाण कि नैना रतन जड़े, लट खोल के... 4) विश्वकर्मा दिए कमल की माला - 2 राम ने धनुष बाण, ओ मैया मोरी राम ने धनुष-बाण कि नैना रतन जड़े, लट खोल के.. 5) कौन दिए रे मैया त्रिशूल भाला-2 कौन दिए तलवार, ओ मैया मोरी कोन दिए तलवार कि नैना रतन जड़े, लट खोल के.. 6) शंकर जी ने मैया त्रिशूल भाला-2 काल ने भेंटी तलवार, ओ मैया मोरी काल ने भेंटी तलवार कि नैना रतन जड़े, लट खोल के... 7) कौन दिए री मैया चक्र सुदर्शन-2 कौन दिए रे असवार, ओ मैया मोरी कोन दिये रे असवार कि नैना रतन जड़े, लट
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