मनाए लो सखी मनाए लो सखी, भोला मंदिर में बैठे हैं मनाए लो सखी 1.भादो के महीना में तीजा रे उपासी, तीजा रे उपासी अच्छे फुलहरा बनाए लो सखी, भोला मंदिर में बैठे हैं मनाए लो सखी 2. गंगा मैया को जल बुलवा लो , जल बुलवा लो हाँ जल बुलवा लो, भोले के चरण पखार लो सखी, भोला मंदिर में बैठे हैं मनाए लो सखी 3. भोले बाबा अटल वरदानी , अटल वरदानी अटल वरदानी सो मुह मांगो वर हाँ पायलो सखी, भोला मंदिर में बैठे हैं, मनाए लो सखी 4. कहती हैं सखियां हां, हम भी उपसे है, हाँ हम भी उपासे सो प्रेम से बम भोला (बंबुलिया ) गाय लो सखी, हां गाय लो सखी, भोला मंदिर में बैठे हैं, मनाए लो सखी मनाए लो सखी, मनाए लो सखी, भोला मंदिर में बैठे हैं मनाए लो सखी मनाए लो सखी मनाए लो सखी भोला मंदिर में बैठे हैं मनाए लो सखी
देवी गीत भजन श्री चंद्र सिंह पटैल जो कि मेरे ( गीतेश्वरी ठाकुर) के पूज्यनीय पिता जी हैं के द्वारा स्व रचित है . लट खोल के नाचो मेरी माये कि नैना रतन जड़े - 2 रतन जड़े रे मैया, रतन जड़े-2 लट खोल के नाचो मेरे माय कि नैना रतन जड़े, 1)कौन दये मैया मुंडन माला-2 कौन दिए रे मैया हार, ओ मैया मोरी कोन दिये रे हार, कि नैना रतन जड़े, लट खोल के... 2) महामाया दी मुंडन माल-2 क्षीर सागर दये हार, ओ मैया मोरी क्षीर सागर दये हार कि नैना रतन जड़े, लट खोल के.. 3)कौन दिये री मैया कमल की माला-2 कौन ने धनुष बाण , ओ मैया मोरी कोन ने धनुष बाण कि नैना रतन जड़े, लट खोल के... 4) विश्वकर्मा दिए कमल की माला - 2 राम ने धनुष बाण, ओ मैया मोरी राम ने धनुष-बाण कि नैना रतन जड़े, लट खोल के.. 5) कौन दिए रे मैया त्रिशूल भाला-2 कौन दिए तलवार, ओ मैया मोरी कोन दिए तलवार कि नैना रतन जड़े, लट खोल के.. 6) शंकर जी ने मैया त्रिशूल भाला-2 काल ने भेंटी तलवार, ओ मैया मोरी काल ने भेंटी तलवार कि नैना रतन जड़े, लट खोल के... 7) कौन दिए री मैया चक्र सुदर्शन-2 कौन दिए रे असवार, ओ मैया मोरी कोन दिये रे असवार कि नैना रतन जड़े, लट
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