रखना मेरी लाज गजानन, तुम्हें मनाये आज रखना मेरी लाज गजानन तुम्हें मनाये आज 1. प्रथम मनाए सरस्वती को ,दूजे श्री गणराज गजानन तुम्हें मनाये आज 2. तीज मनाए तीन देवता, ब्रह्मा विष्णु महेश गजानन तुम्हे मनाए आज 3.चौथे मनाए राम लक्ष्मण, ले सीता को साथ गजानन तुम्हे मनाए आज 4. पांचवे मनावे कृष्ण राधिका, ले मुरली को हाथ गजानन तुम्हें मनाये आज 5. छठे मनाये हनुमान को ,अंजनी के पवन कुमार गजानन तुम्हें मनाये आज, 🙏लाइक, कमेंट, शेयर और सबस्क्राइब जरूर कीजिएगा
देवी गीत भजन श्री चंद्र सिंह पटैल जो कि मेरे ( गीतेश्वरी ठाकुर) के पूज्यनीय पिता जी हैं के द्वारा स्व रचित है . लट खोल के नाचो मेरी माये कि नैना रतन जड़े - 2 रतन जड़े रे मैया, रतन जड़े-2 लट खोल के नाचो मेरे माय कि नैना रतन जड़े, 1)कौन दये मैया मुंडन माला-2 कौन दिए रे मैया हार, ओ मैया मोरी कोन दिये रे हार, कि नैना रतन जड़े, लट खोल के... 2) महामाया दी मुंडन माल-2 क्षीर सागर दये हार, ओ मैया मोरी क्षीर सागर दये हार कि नैना रतन जड़े, लट खोल के.. 3)कौन दिये री मैया कमल की माला-2 कौन ने धनुष बाण , ओ मैया मोरी कोन ने धनुष बाण कि नैना रतन जड़े, लट खोल के... 4) विश्वकर्मा दिए कमल की माला - 2 राम ने धनुष बाण, ओ मैया मोरी राम ने धनुष-बाण कि नैना रतन जड़े, लट खोल के.. 5) कौन दिए रे मैया त्रिशूल भाला-2 कौन दिए तलवार, ओ मैया मोरी कोन दिए तलवार कि नैना रतन जड़े, लट खोल के.. 6) शंकर जी ने मैया त्रिशूल भाला-2 काल ने भेंटी तलवार, ओ मैया मोरी काल ने भेंटी तलवार कि नैना रतन जड़े, लट खोल के... 7) कौन दिए री मैया चक्र सुदर्शन-2 कौन दिए रे असवार, ओ मैया मोरी कोन दिये रे असवार कि नैना रतन जड़े, लट
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