ऐसी धूनी रमाई भोले नाथ ने, गौरा भूली फिरे रे कैलाश में (या) गोरा फिरे रे अकेली कैलाश में, ऐसी धूनी रमाई भोले नाथ ने, गौरा भूली फिर रे कैलाश में 1.भोले के लिए गौरा जल लेकर आई, , ऐसी गंगा बहाई भोलेनाथ ने, गौरा भूली फिरे रे कैलाश में, ऐसी धूनी रमाई... 2, भोले नाथ के लिए गौरा कपड़े ले आई, ऐसी भस्मी रमाई भोलेनाथ ने, गौरा भूली फिरे रे, कैलाश में... 3.भोले नाथ के लिए गौरा भोजन ले आई ऐसी भंगिया लगाई भोलेनाथ ने, गौरा भूली फिरे रे कैलाश में ऐसी धूनी रमाई भोले नाथ 4.भोले नाथ के लिए गौरा गजरे ले आई, ऐसे नाग लिपटाये भोलेनाथ ने , गौरा भूली.... 5. भोलेनाथ के लिए गौरा घंटी बजाए, ऐसी डमरु बजाई भोलेनाथ ने, गौरा भूली फिरे कैलाश में...
देवी गीत भजन श्री चंद्र सिंह पटैल जो कि मेरे ( गीतेश्वरी ठाकुर) के पूज्यनीय पिता जी हैं के द्वारा स्व रचित है . लट खोल के नाचो मेरी माये कि नैना रतन जड़े - 2 रतन जड़े रे मैया, रतन जड़े-2 लट खोल के नाचो मेरे माय कि नैना रतन जड़े, 1)कौन दये मैया मुंडन माला-2 कौन दिए रे मैया हार, ओ मैया मोरी कोन दिये रे हार, कि नैना रतन जड़े, लट खोल के... 2) महामाया दी मुंडन माल-2 क्षीर सागर दये हार, ओ मैया मोरी क्षीर सागर दये हार कि नैना रतन जड़े, लट खोल के.. 3)कौन दिये री मैया कमल की माला-2 कौन ने धनुष बाण , ओ मैया मोरी कोन ने धनुष बाण कि नैना रतन जड़े, लट खोल के... 4) विश्वकर्मा दिए कमल की माला - 2 राम ने धनुष बाण, ओ मैया मोरी राम ने धनुष-बाण कि नैना रतन जड़े, लट खोल के.. 5) कौन दिए रे मैया त्रिशूल भाला-2 कौन दिए तलवार, ओ मैया मोरी कोन दिए तलवार कि नैना रतन जड़े, लट खोल के.. 6) शंकर जी ने मैया त्रिशूल भाला-2 काल ने भेंटी तलवार, ओ मैया मोरी काल ने भेंटी तलवार कि नैना रतन जड़े, लट खोल के... 7) कौन दिए री मैया चक्र सुदर्शन-2 कौन दिए रे असवार, ओ मैया मोरी कोन दिये रे असवार कि नैना रतन जड़े, लट
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