भादो का महीना प्रगटे हैं नंदकिशोर, ग्वाल बाल सब धूम मचावे ब्रज में होवे शोर 1) मैया यशोदा के जन्मे कन्हाई, नंद बाबा के घर में बाजे बधाई, नर और नारी सब नाच रहे हैं बजा बजा के ढोल, ग्वाल बाल सब धूम मचावे, ब्रज में होवे शोर, 2) सन सन चले पुरवइया, वन में हैं मोर नाचे, घर में नाचे गैया, रंग बिरंगे फूल खिले हैं, ब्रज में चारों ओर ग्वाल बाल सब धूम मचावे, ब्रज में होवे शोर भादो का महीना, प्रगटे हैं नंदकिशोर,. . 3) चमके गगन में चमचम बिजुरिया, रिमझिम रिमझिम बरसे बदरिया,
यमुना मैया लेत हिलोरे,
देव खड़े कर जोर
ग्वाल बाल सब धूम मचावे,
ब्रज में होवे शोर
भादो का महीना,
प्रगटे हैं नंदकिशोर...
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