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अक्तूबर, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

श्री कृष्ण भजन - रास रचो है, रास रचो है, यमुना के तट, महा रास रचो है

रास रचो है, रास रचो है,  यमुना के तट, महा रास रचो है 1) राधा नाचे, कृष्णा नाचे,  नाचे गोपी जन,  मन मेरो बन गयो,  सखी री पावन वृंदावन,  रास रचो है रास रचो है यमुना के तट महा रास रचो है 2, ब्रह्मा नाचे ,शंकर नाचे,  नाचे देवगन-3 मन मेरो बन गयो सखी री पावन वृंदावन,  रास रचो है, रास रचो है,  यमुना के तट महा रास रचो है  3. गंगा नाचे, यमुना नाचे,  नाचे सरजू संग - 3 मन मेरो बन गयो सखी री पावन वृंदावन  रास रचो है, रास रचो है, यमुना के..  4.हम भी नाचे, तुम भी नाचो, नाचे श्रोता गण-3 मन मेरो बन गयो  सखी री पावन वृंदावन रास रचो है, रास रचो है,  यमुना के तट महा रास रचो है 5. ढोलक बाजे, मंजीरा बाजे, संग बजे मिरदंग-3 मन मेरो बन गयो  सखी री पावन वृंदावन रास रचो है, रास रचो है, यमुना के तट महा रास रचो है

देवी गीत - मां के मंदिर में लगा दो टेलीफोन

मां के मंदिर में लगा दो टेलीफोन,  मैं मैया जी से बात करूं,  मां के मंदिर में लगा दो टेलीफोन  मैया जी से बात करूंगी,  1) पहली बार मंदिर आई बैठी मां के पास,  मां ने रख दिया सर पर हाथ,  मैं मैया जी से बात करूंगी,  2) दूजी बार मैं मंदिर आई,  बैठी मां के पास  मां ने दे दिया आशीर्वाद,  मैं मैया जी से बात करूंगी,  मां मंदिर मे लगा दो टेलीफोन,  मैं मैया जी से बात करूंगी,  3) तीजी बार में मंदिर आई,  बैठी मां के पास  मां ने पढ़ लिया दिल का हाल,  मैं मैया जी से बात करूंगी,  मां के मंदिर में लगा दो टेलीफोन,  मैं मैया जी से बात करूंगी,  4)चौथी बार में मंदिर आई,  बैठी मां के पास,  मां ने दे दिया विद्या का वरदान, मैं मैया जी से बात करूंगी,  मां मंदिर में लगा दो टेलीफोन,  मैं मैया जी से बात करूंगी।      5) पांचवी बार में मंदिर आई,  बैठी मां के पास मां ने दे दिया भक्ति का वरदान,  मैं मैया जी से बात करूंगी,  मां मंदिर में लगा दो टेलीफोन,  मैं मैया जी से बात करूंगी

कलयुग पर प्रहार-मेरी खेर माता, मेरी खेर माता

कलयुग पर प्रहार मेरी खेर माता, मेरी खेर माता कलयुग में हो रहा, अंधेर माता मेरी खेर माता, मेरी खेर माता कलयुग में हो रहा, अंधेर माता 1. घर घर में कन्या भोजन कराएं, मंदिर में जाकर भंडारा कराएं, और भूखे माता-पिता, घर से भगाये,  मेरी खेर माता, खेर माता,  कलयुग में हो रहा अंधेर माता .…. 2.नरियल फोड़े और बूंचे चढ़ाएं,  'नारियल फोड़े  खपड़िया चढ़ाएं,  भेली निकाले सभी  मिल  खाये ,  मेरी खेर माता, मेरी खेर माता कलयुग में हो रहा, अंधेर माता  3.जीते जी माता-पिता घर से भगाए ,  मरने के बाद पुरखों में बुलाये, छानी  के  कौवा  को बाप बनाये ,  मेरी खेर माता, मेरी खेर माता कलयुग में हो रहा, अंधेर माता   4) नौ दिन तक कन्याओं को भोजन कराएं,  देवी बनाएं और तिलक लगाएं,  बाद  में मिले तो नियत डुलायें,  मेरी खेर माता, मेरी खेर माता कलयुग में हो अंधेर  माता  5.काली के नाम पर बकरा चढ़ाएं,  देवी को खून के छींटा लगाएं, मांस निकाले और सब मिल खाएं, मेरी खेर माता, मोरी खेर माता कलयुग में हो रहा अंधेर माता..

Mahishasur Mardini strotam महिषासुर मर्दिनी स्त्रोत

महिषासुर मर्दिनी स्रोत प्रस्तुत है बिल्कुल सरल करके इसे आपके लिये प्रस्तुत किया गया है  अयि गिरि नन्दिनि नन्दित मेदिनि  विश्व विनोदिनि नन्दिनुते गिरिवर विन्ध्य शिरोधि निवासिनि,  विष्णु विलासिनि जिष्णु नुते । भगवति हे शिति कण्ठ कुटुम्बिनि  भूरि कुटुम्बिनि भूरिकृते जय जय हे महिषासुर मर्दिनि  रम्यक पर्दिनि शैलसुते ॥ १ ॥ सुरवर वर्षिणि दुर्धर धर्षिणि,  दुर्मुख मर्षिणि हर्षरते त्रिभुवन पोषिणि शंकर  तोषिणि,  किल्बिष मोषिणि घोषरते दनुज निरोषिणि दिति सुत रोषिणि,  दुर्मद शोषिणि सिन्धुसुते जय जय हे महिषासुर मर्दिनि  रम्यक पर्दिनि शैलसुते  ॥ २ ॥ अयि जगदम्ब मदम्ब कदम्ब,  वनप् प्रिय वासिनि हासरते शिखरि शिरोमणि तुंग हिमालय,  शृंग निजालय मध्यगते । मधु मधुरे मधुकैटभ गञ्जिनि,  कैटभ भञ्जिनि रासरते जय जय हे महिषासुर मर्दिनि,  रम्यक पर्दिनि शैलसुते  ॥ ३ ॥ अयि शतखण्ड विखण्डित रुण्ड,  वितुण्डित शुण्ड गजाधिपते रिपुगज गण्ड विदारण चण्ड,  पराक्रम शुण्ड मृगाधिपते । निज भुजदण्ड निपातित खण्ड,  विपातित मुण्ड भटाधिपते जय जय हे महिषासुर मर्दिनि,  रम्यक पर्दिनि शैलसुते  ॥ ४ ॥ अयि रण दुर्मद शत्रु वधोदित,  दुर्धर निर्जर

सत्संग भजन || सत्संग की नदियां अगम बही जाए

सत्संग भजन | | सत्संग की नदिया , अगम बही जाए , उसमें सब कोई नहाए,  हरे रामा, उसमें सब कोई नहाए,  हरे रामा 1.ब्रह्मा नहाए ,विष्णु नहाए , शंकर नहाए तो डमरू बजाए,  उसमें सब कोई नहाए , हरे रामा ,सत्संग की नदियां....... 2.रामा नहाए, लक्ष्मण नहाऐ,, हनुमत नहाए ,तो चुटकी बजाएं..  उसमें सब कोई नहाए , हरे रामा ,सत्संग की नदिया 3. गोपी नहाए, ग्वाले नहाए,  कान्हा नहाये ,तो मुरलिया बजाय,  उसमें सब कोई नहाए , हरे रामा, सत्संग की नदिया | 4.तुलसी नहाए, बाल्मीकि नहाए,  नारद नहाए तो वीणा बजाय , उसमें हर कोई नहाए,  हरे रामा ,सत्संग की नदिया....  5.राधा नहाए, रुक्मणी भी नहाए , मीरा नहाऐ, खड़ताल बजाय , उसमें सब कोई नहाए,  हरे रामा ,सत्संग की नदिया 6.ढोलक नहाए ,मंजीरा नहाए , सखियाँ नहाए तो ताली बजाए , उसमें सब कोई नहाए,  हरे रामा ,सत्संग की नदियां 7. हम भी नहा ले ,तुम भी नहा लो,  सब कोई नहा लो तो सब तर जाए , उसमें सब कोई नहाए , हरे रामा सत्संग की नदिया,  अगम बही जाए  उसमें सब कोई नहाए हरे रामा बही जाए उसमें सब कोई नहाए

देवी गीत ओढे लाल चुनरिया रे, मैया मंदिर में दिखाएं

                  देवी गीत   ओढे लाल चुनरिया रे,  मैया मंदिर में दिखाएं  मैया मंदिर में दिखाएं 2,  ओढे लाल चुनरिया रे मैया मंदिर में दिखाएं  1.लाल लाल चूड़ियां , लाल लाल बिंदी , लाल करे श्रंगार 2, वो तो लाल चुनरिया रे  मैया ओढ़ के आ गई आज  ओढे लाल चुनरिया रे  मैया मंदिर में दिखाएं  2.हरी हरी चूड़ियां,  हरी हरी बिंदी,  हरा करें श्रंगार 2 वो तो हरा निबुआ रे,  मैया लेकर आ गई हाथ  ओढे लाल चुनरिया रे,  मैया मंदिर में दिखाएं 3. पीली पीली चूड़ियां , पीली पीली बिंदी , पीला है श्रंगार2,  वो तो पीला सिंगा रे सवारी करके आ गई आज ओढे लाल चुनरिया रे,  मैया मंदिर में दिखाएं 4. काली काली अखियां , काला काला कजरा,  काला है श्रंगार 2,  वो तो काला खप्पर रे  मैया लेकर आ गई हाथ  ओढे लाल चुनरिया रे,  मैया मंदिर में दिखाएं 5. सुमर सुमर मैया तेरे जस गाएं,  रहे चरण चित लाए2 मैया कई रंगों में रे,  सब को दर्शन दे गई आज  ओढे लाल चुनरिया,  रे मैया मंदिर में दिखाएं

देव सुमरनी - मैया सुमिरन वंदन, कर रहे हो मां,

देव सुमरनी मैया सुमिरन वंदन,  कर रहे हो मां,  मैया सुमिरन वंदन,  कर रहे हो मां... 1.श्री गणपति को सुमरो रे,  मूंसा पे असवार,       लडु़वन भोग लगत है रे,  संकट काटन हार       मैया सुमिरन वंदन, ....  2 शंभू भवानी को सुमरो रे,  नंदी पे असवार,     भांग धतूरा पी  गये रे,   जग के रखवार         मैया सुमिरन वंदन....  3.दुर्गे भवानी को सुमरो रे,  सिंघा पे असंवार,       हाथ मैं खप्पड़ लीनो  रे,  जग धरीं अवतार      मैया सुमिरन वंदन,..   4. खेरे के खेरापति सुमरो रे,  मेढे़ के मनुवां देव ,       मात पिता को सुमरो  रे,  जय हो गुरुदेव         मैया सुमिरन वंदन,.... 5. श्री हनुमत को सुमरो रे,  अंजनी के लाल         सुमर सुमर जस गांवै,  माई हम तेरे लाल,         मैया सुमिरन वंदन,... 

देवी जस - राजा युधिष्ठिर ने यज्ञ रचो है, देवी बिना यज्ञ ना होय मां,

राजा युधिष्ठिर ने यज्ञ रचो है,  देवी बिना यज्ञ ना होय मां,  कहे कन्हैया सुनो भैया अर्जुन,  देवी को ले आओ हो मां,  रथ चढ चल दिये वारे अर्जुन धनुष्य बान लए हाथ हो मां,   एक वन नाके, दूजे वन माया,  तीजे वन कजली जय हो मां,  आवत देखि देवी ने अर्जुन,  हन लई वजर किवाड़ हो माँ, खोल किवाड़ दर्शन दो मैया, अर्जुन ठाढो द्वार हो माँ, कहें जालपा सुन बारे अर्जुन, का मेरी भेंट लाए हो माँ, पान सुपारी ध्वजा नारियल, लेओ भेंट तुम्हारी हो मां, पान सुपारी ना लऊँ, बारे अर्जुन,  लेहों शीश तुम्हार हो माँ,  खड़ग उठाये शीश उतारो, लेओ भेंट तुम्हार हो माँ, आठ रोज से लाश पडी खुरपे ना कुम्हलाएं हो मां,  कहें कालका सुनो जालपा अर्जुन देव जिलाए हो मां,  दाई अंगुरिया अमृत छिड़को,  उठो अर्जुन हर्षाये हो माँ,  कोण सो संकट पड़ो बारे अर्जुन,  हमें लिवावन आये हो माँ,  राजा युधिष्ठिर ने यज्ञ रचो है,  तुम बिन यज्ञ ना होए हो माँ,  आगे आगे चल दिये अर्जुन, पीछे दुर्गा माय हो माँ,  आवत देखे राजा युधिष्ठिर,  सभा गृह हर्षाये हो माँ,  चंदन चौकी आसान दीन्हो,  दूधन पांव पखारे हो मां,  धूप दीप चंदन बुलवाये,  देवी खे होम लगाये हो मां,  स

देवी गीत - मैया जी की बहियाँ में चूड़ा लाल-लाल है

 किसने जड़ा है देखो  किसने जड़ा है देखो- किसका कमाल है -2 मैया जी की बहियाँ में चूड़ा लाल-लाल है 1) हीरा मोती लाल पन्ना-मानिक चमकता -2 खन-खन चूड़ा,  माँ की-बाँहों में खनकता - मिलती न दूजी कोई,  इसकी मिसाल है,  मैया जी की बहियाँ में चूड़ा लाल-लाल है 2) प्रीत वाला गहरा रंग लाल जड़ाया है -2 कितना वो भाग्यशाली जिसने जड़ाया है - मिलती न दुजी-कोई,  इसकी मिसाल है मैया जी की बहियाँ में चूड़ा लाल-लाल है 3) चमके जो चूडा माँ का चाँद शरमाये -2 सूरज की लालिमा भी फीकी पड़ जाये  तेज है निराला कैसा इसका कमाल है मैया जी की बहियाँ में चूड़ा लाल-लाल है

देवी गीत - मैया जल बिच मंथन कर रही हो माँ

देवी गीत  मैया जल बिच मंथन,  कर रही हो मां।   मैया जल बिच मंथन,  कर रही हो मां।  1) जल और थल के अंदर रे, मैया खड़ी निरंकार,  बार-बार मंथन करें,  हो जल के मझधार , मैया जल बिच मंथन  कर रही हो मां 2‌  2) चार बुलबुला पड़ गये रे,  जल के दरमियान,  चारों देवौ ने वास कियौ,  बुलबुलों में आन,  मैया जल बिच मंथन 2  3) पहलो बुलबुला में गणपति रे,  दूजे ब्रह्म सुजान ,  तीजे में विष्णु बिराजे,  चौथे शंकर भगवान,  मैया जल बिच मंथन,  कर रही हो मां - 2 3) पहलो बुलबुला फूटो रे, गणपति लये अवतार,  प्रथम पूज्य दुनिया में,  पूजे संसार..  मैया जल बिच मंथन,  कर रही हो मां - 2 4) दूजो बुलबुला फूटो रे,  ब्रह्मा लये अवतार,  सृष्टि की रचना कीन्हीं, वेद रचे जिनने चार माई जल बिच मंथन,  कर रही हो मां  5)तीजो बुलबुला फूटो रे,  विष्णु लाए अवतार , पालन करें सृष्टि को,  जग के रखवार,  मैया जल बिच मंथन,  कर रही हो मां  6) चोंथो बुलबुला फूटो रे,  भोला लये अवतार,  चारों देवों को प्रकट करीं, आदिशक्ति संसार,  मैया जल बिच मंथन,  कर रही हो मां 7) सुमर सुमर जस गांवे मां,  माई तोरे दरबार,  बिगड़ी माता बनाइयो,  हम हैं शरण तुम्हार,  म

देवी गीत - राखो मोरी लाज

#geetageetmala #Navratrispecial #Rahigeet देवी गीत  1.राखो मोरी लाज,  राखो मोरी लाज       मैहर की शारदा भवानी,  2. जैकी जैसी लाज,  जैकी जैसी लाज,        राखे शारदा मैया   3. ऊपर घूमे निशान,  ऊपर घूमें निशान,      नीचे दिवाले दुर्गा के 4.आल्हा ने चढ़ा दओ फूल , सबेरे चार बजे  चार बजे भैया चार बजे  5.टिमकी में गणेश , टिमकी मे गणेश      ढोलक में बैठी माता शारदा 6.रखो मोरी लाज  राखो मोरी लाज,  मैहर की शारदा भवानी

देवी गीत - मैया हरना सबके क्लेश, शारदा मैहर की

देवी गीत  मैया हरना सबके क्लेश,  शारदा मैहर की मैया हरना सबके क्लेश,  शारदा मैहर की  1. रिद्धि सिद्धि तुमको पूजे,  पूजे तुम्हें गणेश,  शारदा मैहर की,  मैया हरना सबके क्लेश  शारदा मैहर की  2.ब्रह्मा विष्णु तुमको पूजे, पूजे तुम्हें महेश शारदा मैहर की ,  मैया हरना सबके क्लेश  शारदा मैहर की  3..सुक सनकादिक और इंदिरादिक,  पूजे नारद शेष,  शारदा मैहर की, मैया हरना सबके क्लेश,  शारदा मैहर की 4..सुर नर किन्नर और अप्सरा, पूजे तुम्हें हमेश,  शारदा मैहर की    5.देवता नित दर्शन को आवे, बदल बदल कर भेष  शारदा मैहर की  6.नर नारी सब तुमको पूजे,  रानी संग नरेश,  शारदा मैहर की  7.आल्हा उदल तुमको पूजे, फूल चढ़ावे हमेश,  शारदा मैहर की  8..सुमर सुमर मैया तुमरे जस गावे,  चरणों में पड़े हमेश,  शारदा मैहर की