रास रचो है, रास रचो है,
यमुना के तट, महा रास रचो है
1) राधा नाचे, कृष्णा नाचे,
नाचे गोपी जन,
मन मेरो बन गयो,
सखी री पावन वृंदावन,
रास रचो है रास रचो है
यमुना के तट महा रास रचो है
2, ब्रह्मा नाचे ,शंकर नाचे,
नाचे देवगन-3
मन मेरो बन गयो
सखी री पावन वृंदावन,
रास रचो है, रास रचो है,
यमुना के तट महा रास रचो है
3. गंगा नाचे, यमुना नाचे,
नाचे सरजू संग - 3
मन मेरो बन गयो
सखी री पावन वृंदावन
रास रचो है, रास रचो है,
यमुना के..
4.हम भी नाचे, तुम भी नाचो,
नाचे श्रोता गण-3
मन मेरो बन गयो
सखी री पावन वृंदावन
रास रचो है, रास रचो है,
यमुना के तट महा रास रचो है
5. ढोलक बाजे, मंजीरा बाजे,
संग बजे मिरदंग-3
मन मेरो बन गयो
सखी री पावन वृंदावन
रास रचो है, रास रचो है,
यमुना के तट महा रास रचो है
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें