करके दया चली आओ हो माँ
सिढ़ियन सिढ़ियन फूल बिछे हैं-,
करके दया चली आओ हो माँ -2
1.काहे के जल से सीढ़ियाँ सींची,
माँ-काहे के जल से द्वार हो माँ -2
गंगा जल से सीढ़ियाँ सींची माँ,
असुवन जल से द्वार हो,
माँ-करके दया...
2.काहे की सोहे मैया बगिया भुवन में-,
काहे को बिरछा द्वार हो माँ -2,
बेला-चमेली की बगिया भुवन में,
तुलसी को बिरछा द्वार हो माँ
करके दया...
3.कौन जलाये मैया ज्योति भुवन में,
कौन कलश भराये हो माँ -2,
राम जलावें मैया ज्योतिभुवन में,
लंगुरे कलश भराये हो माँ,
करके दया...
4 कौन कारण मैया आल्हा अमर भये,
कैसे के भक्ति पाये हो माँ,
जगराता कर मैया आल्हा अमर भये,
प्रेम से भक्ति पाये हो माँ-करके दया...
5.सुमर सुमर में यह तेरे जैसे गायें,
चरणों में शीश नवाऐं हो मां-2,
सीढियन सीढियन फूल बिछे हैं ,
करके दया चली आओ हो मां
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